इतनी सिद्धत से मोहबत ना कर ,
मोहब्बत कर ली तो उसका इज़हार ना कर,
प्यार का दीपक तो हम पहले ही जला चुके,
तू मेरी कश्मकश मै आकर खुद को बर्बाद ना कर। …
बर्बाद मै पहले ही हो चूका ,तू और बर्बाद ना कर
जुदाई का गम होता ह भोत गहरा,
तू इस गम को सहने का कस्ट ना कर…
इस खोकले दिल मै बस दर्द है,
तू मोहब्बत-ए-इश्क अब इस दिल से ना कर। …
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